आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक के क्या लाभ हैं

इस पोस्ट में हम जानेंगे कि आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक क्या है एवं इसके क्या लाभ हैं और इसे कैसे बनाया एवं खाया जाता है।

कामेश्वर मोदक क्या है?

कामेश्वर मोदक एक आयुर्वेदिक औषधि है जो यौन रोगों में काफी प्रभावी माना जाता है। कामेश्वर मोदक कई सारे आयुर्वेदिक घटक को मिलाकर एक बेहतरीन वाजीकरण आयुर्वेदिक योग होता है।

कहा जाता है कि कामेश्वर मोदक के सेवन से विर्य का निर्माण तेजी से होता है एवं व्यक्ति को बुढ़ापा जल्दी नहीं आती है।

अगर किसी व्यक्ति को शीघ्रपतन यानी संभोग के शुरुआत करते ही पतन हो जाना ये बीमारी है तो फिर इसमें आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये भी पढ़ें: Patanjali Kesh Kanti Herbal Hair Expert Oil.

आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक के क्या लाभ हैं?

आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक

आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक के निम्नलिखित लाभ बताए गए हैं।

  • 1. इस औषधि से शीघ्रपतन वाले रोग में लाभ होता है।
  • 2. कामेश्वर मोदक क्षय एवं कुष्ठ रोगों का नाश करता है।
  • 3. कामेश्वर मोदक के सेवन से स्त्री को संतुष्ट किया जा सकता है क्योंकि इससे पुरुषों में ज्यादा देर तक रुकने की शक्ति मिलती है।
  • 4. कामेश्वर मोदक के सेवन से व्यक्ति के चेहरे पर कांति आती है।
  • 5. इस औषधि से स्पर्म काउंट की वृद्धि होती है।
  • 6. कामेश्वर मोदक हमारे शरीर में कफ एवं कास श्वांस से संबंधित समस्याओं को दूर करता है।
  • 7. ये औषधि कामोत्तेजना बढ़ाने में सहयोग करता है।
  • 8. नपुंसकता के विकारों को दूर करता है।
  • 9. कहा जाता है कि कामेश्वर मोदक का खोज ब्रह्मा जी के पुत्र ब्रह्मर्षि नारद जी ने किया था इसलिए इस औषधि को ग्रहण करने वाला व्यक्ति सभी तरह के ग्रह बाधाओं से दूर रहता है।
  • 10. कामेश्वर मोदक का सेवन करने वाला व्यक्ति कामदेव के तरह सुंदर एवं बलिष्ठ शरीर प्राप्त करता है और सभी तरह के भय से मुक्त होकर सदैव खुश रहता है।

कामेश्वर मोदक: सेवन विधि

आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक का सेवन रात को खाना खाने के बाद गाय के दूध के साथ किया जाता है एवं इसके सेवन करने से पुरुष संभोग करने के लिए समर्थ हो जाता है।

कामेश्वर मोदक के सेवन कर लेने के बाद कोई अन्य दवाएं नहीं खाना चाहिए नहीं तो दोनों दवाओं का रिएक्शन हो सकता है और ये भी हो सकता है कि इस दवा का कोई लाभ न मिल पाए।

कामेश्वर मोदक: दवा का मात्रा

कामेश्वर मोदक का मात्रा 3 से 6 ग्राम रखना चाहिए या आप अपने सामर्थ्य के अनुसार इसे खा सकते हैं इसके लिए अप अपने वैध से सलाह जरूर लें।

आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक में डाला जाने वाला घटक

  • आमलकी 25 ग्राम
  • सैन्धवलवण 25 ग्राम
  • कुष्ठ 25 ग्राम
  • कटफलत्वक् 25 ग्राम
  • पिप्पली 25 ग्राम
  • शुण्ठी 25 ग्राम
  • अजवाइन 25 ग्राम
  • अजमोदा 25 ग्राम
  • यष्टिमधु 25 ग्राम
  • जीरा 25 ग्राम
  • स्याहजीरा 25 ग्राम
  • धनियाँ 25 ग्राम
  • कचूर 25 ग्राम
  • कर्कट शृङ्गी 25 ग्राम
  • वच 25 ग्राम
  • नागरकेशर 25 ग्राम
  • तालीशपत्र 25 ग्राम
  • छोटीइलायची 25 ग्राम
  • दालचीनी 25 ग्राम
  • तेजपत्र 25 ग्राम
  • मरिच 25 ग्राम
  • हरीतकी 25 ग्राम
  • बिभीतक 25 ग्राम
  • घृतभर्जित भाँग 575 ग्राम
  • शर्करा 1150 ग्राम
  • मधु २५० ग्राभ
  • गोघृत (गाय का घी)

इस अवधि को बनाने का फार्मूला आयुर्वेद शास्त्र भैषज्य रत्नावली के पृष्ठ नंबर 1141 पर दिया गया है एवं आप इसे पढ़कर स्वयं बना सकते हैं।

कामेश्वर मोदक बनाने की विधि

ऊपर दिए गए सभी घटक चूर्ण कर लें और इसे चीनी की चाशनी में मिलाएं आवश्यकता अनुसार मधु डालें एवं इसे ठंडा होने पर इसमें कपूर चूर्ण और भुने हुए तिल का चूर्ण छिड़क लें।

अब 12 ग्राम का एक गोली बना लें और इसे कांच के पात्र में रख लें।

आहार विहार में बदलाव एवं योगा भी जरूरी है

यौन संबंधी विकारों को ठीक करने के लिए सिर्फ दवाइयां खाने से ही नहीं होता है बल्कि हमें अपना आहार विहार में बदलाव करना होता है और साथ ही योगा प्राणायाम भी बहुत हद तक सहायक होती है।

अगर आप चाहते हैं कि आप के यौन संबंधी समस्याएं हमेशा के लिए ठीक हो जाए तो फिर आपको दो काम निश्चित रूप से करने होंगे।

  • 1. सात्विक भोजन को अपनाना होगा खाने पीने में समय का ध्यान रखना होगा।
  • 2. योगा एवं प्राणायाम नियमित रूप से करना होगा।

सात्विक भोजन का मतलब शाकाहारी से जुड़ी हुई है मांसाहार भोजन मनुष्य के लिए नहीं बना है इससे हमारे लीवर एवं आंते कमजोर होती है।

आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक एक बहुत ही प्रभावशाली औषधि है लेकिन ये हमारे शरीर में अच्छी तरह से तब काम करती है जब हमारा लीवर एवं आंते मजबूत होती है।

कोई भी औषधि हमारे शरीर में अच्छी तरह से डाइजेस्ट होना चाहिए तभी उसका सौ परसेंट लाभ मिलता है।

इसलिए हमने सात्विक भोजन एवं योग प्राणायाम करने के लिए बल दिया है।

जब आप शाकाहार भोजन करेंगे और भोजन का एक समय नियमित रखेंगे तो फिर आपके लीवर और आंते भी सुरक्षित रहेगी और वो भोजन सही तरीके से डाइजेस्ट भी होगा। ये भी पढ़ें: अल्सरेटिव कोलाइटिस का आयुर्वेदिक इलाज

नियमित रूप से योग एवं प्राणायाम करना

आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक का सेवन करने के साथ ही आपको रोज सुबह सुबह निम्नलिखित योग एवं प्राणायाम करना जरूरी होता है।

लीवर एवं पेट की समस्याओं के लिए प्राणायाम

लिवर एवं पेट के समस्त समस्याओं के लिए निम्नलिखित योग आसन एवं प्राणायाम करें।

  • पवनमुक्तासन
  • उत्तानपादासन
  • नौकासन
  • हलासन
  • सुप्त वज्रासन
  • सुप्त पद्मासन
  • वक्रासन

ऊपर बताए गए सभी आसन 1 मिनट से शुरू करके 10 मिनट तक करें ये आपके पेट एवं लिवर से संबंधित सभी समस्याओं का हल कर देगा इसके अलावा आप नीचे बताए गए प्राणायाम भी करें।

  • कपालभाति
  • अनुलोम विलोम
  • भस्त्रिका प्राणायाम
  • वाह्य प्राणायाम
  • अग्निसार क्रिया

कपालभाति, अनुलोम विलोम, भस्त्रिका प्राणायाम को 5 मिनट से शुरू करके आधा घंटा या फिर आप जितना चाहे उतना कर सकते हैं और वाह्य प्राणायाम एवं अग्निसार क्रिया को तीन बार से शुरू करके 11 या 21 बार तक करें।

वाह्य प्राणायाम मुख्य रूप से हमारे यौन संबंधी सभी विकारों को दूर कर देता है।

सलाह: योगा एवं प्राणायाम को करने का सही विधि आपको पता होनी चाहिए साथ ही अगर आपको कोई बीमारी है तो इसे करने से पहले आप अपने योग शिक्षक से संपर्क करें।

खान-पान में परहेज करें

हरी साग सब्जियां ज्यादा से ज्यादा खाएं फल खाएं और ध्यान रखें खाना खाने से पहले सलाद को चबा चबा कर खाएं।

ज्यादा तला हुआ एवं मसालेदार भोजन से बचें और बाजार में बिक रहे डिब्बाबंद खाना से परहेज करें।

कामेश्वर मोदक: सावधानियां

  • अगर आपको भांग से बनी हुई चीजों को खाने से एलर्जी होती है तो फिर आप इस दवा को ना खाएं
  • आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक को हृदय रोगी ना खाएं बल्कि हृदय रोगियों को यौन उत्तेजना वाली किसी भी तरह का कोई औषधि से परहेज करनी चाहिए।
  • कामेश्वर मोदक या इसके जैसे अन्य यौन विकारों को दूर करने वाली दवाइयों को खाने से पहले अपने वैध या चिकित्सक से सलाह जरूर लेना चाहिए।
  • कामेश्वर मोदक के साथ कोई अन्य अंग्रेजी दवा ना खाएं अगर खाना जरूरी है तो दोनों दवाइयों के बीच में कुछ समय का गैप रखें।
  • कामेश्वर मोदक के साथ किसी भी तरह के नशा जैसे शराब, सिगरेट आदि का सेवन ना करें।

नोट: इस पोस्ट में बताए गए दवाओं एवं योग और प्राणायाम को अपने जीवन में लागू करने से पहले आप अपने वैद्य या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

और अंत में

तो हमने यहां पर जाना की आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक के क्या लाभ हैं। आयुर्वेद में कहा गया है कि सिर्फ दवाई खाने से या सिर्फ योगा प्राणायाम से पूर्ण लाभ नहीं होता है बल्कि इन सब को एक साथ लेकर चलना होता है।

सुबह जल्दी उठने का आदत डालें और योगा जरूर करें तभी आप जो भी आयुर्वेदिक दवाई खाएंगे उसका संपूर्ण लाभ मिलेगा।

अगर अभी भी आपके पास कामेश्वर मोदक आयुर्वेदिक औषधि से संबंधित कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बताएं।

1 thought on “आयुर्वेदिक औषधि कामेश्वर मोदक के क्या लाभ हैं”

Leave a Comment

error: Content is protected !!