पित्त बढ़ने के वजह से एसिडिटी होता है एवं भारी मात्रा में गैस बनता है इस पोस्ट में हम हाइपर एसिडिटी या भारी मात्रा में पेट में गैस बनने पर Patanjali Acidogrit Tablet का इस्तेमाल के बारे में बात करेंगे। और जानेंगे कि Acidogrit Uses in Hindi यानी इस टेबलेट का इस्तेमाल करने का क्या लाभ है एवं ये पेट में बन रहे गैस को किस तरीके से शांत कर देता है।
वैसे तो पतंजलि ने पेट में बंद रहेगा इसके लिए बहुत सारे दवाइयां बनाई लेकिन Acidogrit Uses in Hindi ने मार्केट में धूम मचा दिया क्योंकि लोगों का कहना है कि इस आयुर्वेदिक दवा को खाते ही पेट में बन रहे गैस बंद हो जाता है एवं एसिडिटी से तुरंत राहत मिलती है।
Acidogrit Kya Hai
योग गुरु स्वामी रामदेव जी के पतंजलि की दिव्य फार्मेसी के द्वारा बनाया हुआ टेबलेट जिसका नाम है Divya ACIDOGRIT यह टेबलेट पाचन संबंधी समस्याएं जैसे पेट में गैस बनना, हाइपर एसिडिटी का बनना इन समस्याओं का रामबाण इलाज है।
जब हमारा पाचन तंत्र कमजोर पड़ जाती है तो हम कुछ भी खाते हैं और पेट में एसिड बनने लगता है और फिर बार बार डकार आता है या फिर गैस नीचे से भी निकलती है।
जब हम अपने दिनचर्या एवं खानपान पर संतुलन नहीं रख पाते हैं तो फिर पेट की कई समस्याएं उत्पन्न होती है जिसमें पेट के अंदर एसिड बनना एवं भारी मात्रा में गैस का होना आम बात हो जाती है।
कई बार तो हालत ये हो जाती है कि पानी तक पीने से भी पेट में एसिड बन जाता है और कुछ भी खाने के बाद खट्टी डकारें आती है और कई बार तो भोजन मुंह में तक आ जाता है। ये भी पढ़ें: त्रिबंध प्राणायाम कैसे करें
पेट में गैस एवं एसिडिटी क्यों बनता है?
एसिडिटी को आयुर्वेद में अम्लपित्त कहा गया है और आम भाषा में इसे पित्त का बढ़ना भी कहते हैं।
पेट में एसिडिटी एवं गैस बनने का निम्नलिखित कारण हो सकते हैं।
- ज्यादा तला भुना हुआ खाना खाना।
- खाने में मिर्च मसाला का प्रयोग ज्यादा करना।
- शराब एवं अन्य नशा का सेवन करना।
- मांसाहारी भोजन ज्यादा खाना।
- हमेशा तनावग्रस्त रहना।
- नींद पूरा ना हो पाना।
- लिवर का कमजोर होना।
- पानी पीने में कमी करना।
- समय से भोजन ना करना।
- बाजार के डिब्बाबंद खाना खाना।
पाचन तंत्र कमजोर होने का कारण
जब आप लंबे समय तक शराब का सेवन करते हैं तो आप का पाचन तंत्र कमजोर होता जाता है और फिर खाना सही तरह से पचता नहीं है जिस वजह से पेट में एसिड एवं गैस बनने लगता है।
इसके अलावा जो लोग शराब का सेवन नहीं भी करते हैं वो मांसाहार करने से भी अपना लिवर को कमजोर कर लेते हैं जिस वजह से कुछ भी खाने पर पेट में एसिडिटी या गैस बनता है।
कई बार हम भाग दौर की दुनिया में समय से खाना नहीं खा पाते हैं या समय से सो नहीं पाते हैं और सुबह समय से जगते नहीं हैं तो इस कारण से भी हमारा पाचन तंत्र कमजोर होने लगता है
युवाओं में हस्तमैथुन के गलत आदत से भी हमारा पाचन तंत्र कमजोर होता है और इसके अलावा शरीर में और भी कई सारी कमियां होती है इसलिए ब्रहमचर्य का पालन करना जरुरी होता है अपने शरीर को बलिष्ठ एवं शक्तिशाली बनाने के लिए।
सुबह व्यायाम एवं प्राणायाम ना करना भी लीवर एवं शरीर के अन्य सिस्टम को कमजोर करने का कारण बनता है इसलिए सुबह एक घंटा निकाल के वयायाम एवं प्राणायाम जरुर करें।
एसिडोग्रिट में क्या-क्या डाला गया है
पतंजलि दिव्य एसिडोग्रिट में निम्नलिखित चीजें डाला गया है।
- धनिया
- आंवला
- हड़ड़
- एलोवेरा
- पिपरमेंट
- देसी कपूर
- अजवाइन
- मिश्री
- सौंफ
- व्हीटग्रास
- लौंग एवं दालचीनी के तेल
एसिडिटी के लक्षण
वैसे तो एसिडिटी के प्रमुख लक्षण पेट में गैस बनना एवं पेट फूलना होता है लेकिन इसके अलावा और भी इसके निम्नलिखित लक्षण हैं।
- पेट में गैस बनना
- पेट फूलना
- भोजन के बाद सीने में जलन
- खाना खाते ही खट्टी डकारे आना
- जी मचलाना
- सांस लेते समय दुर्गंध आना
- बेचैनी होना
- हिचकी आना
Acidogrit Tablet से पेट में एसिड एवं गैस बनने का रामबाण इलाज
वैसे तो पतंजलि में कई सारी दवाइयां है पेट में एसिड एवं गैस के रोकथाम के लिए लेकिन हाल ही में पतंजलि के दिव्य फार्मेसी द्वारा लॉन्च किया गया Divya ACIDOGRIT Tablet गैस और एसिड के लिए रामबाण इलाज साबित हो रहा है।
खाना खाने के बाद Acidogrit Tablet को गुनगुने पानी से भी लिया जाता है और चुस कर भी खाया जा सकता है हम इस टेबलेट का इस्तेमाल पिछले 3 महीने से कर रहे हैं। वैसे अगर आप रोज सुबह एक से डेढ़ घंटा योग प्राणायाम करना शुरू कर देते हैं तो फिर किसी भी तरह के दवाई की आवश्यकता नहीं रह जाती है और योग प्राणायाम न करने पर ही कई तरह की बीमारियों हमें घेर लेती है।
Acidogrit Uses in Hindi

अब हम ACIDOGRIT Tablet को खाने का तरीका समझेंगे।
पेट में गैस या एसिड बनने पर खाना खाने के 20 मिनट बाद ACIDOGRIT का दो Tablet गुनगुना पानी से लें, (अपने वैद्य से सलाह जरूर ले लें) आप पाएंगे कि 10 मिनट के अंदर ही आपके पेट में गैस या एसिड बनना तुरंत ही बंद हो जाएगा।
ACIDOGRIT हाइपर एसिडिटी को ठीक करने के लिए होता है अगर आपके पेट में साधारण या बहुत कम गैस बन रहा है तो इसके लिए आप पतंजलि गैसहर चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं।
लिवर का कमजोर होना एवं पेट में गैस या एसिड से छुटकारा पाने के लिए रोज सुबह निम्नलिखित आसन करें।
- मंडूकासन
- पवनमुक्तासन
- उत्तानपादासन
- हलासन
- सुप्त वज्रासन
- वक्रासन
- सूर्यनमस्कार
ये सभी आसान एक मिनट से शुरू करके 5 मिनट या फिर 10 मिनट तक कर सकते हैं और पेट में बन रहे गैस एवं एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं।
ऊपर बताए गए सभी आसन को विधिपूर्वक सीखने एवं करने के लिए नीचे दिए गए योग गुरु स्वामी रामदेव जी का वीडियो जरूर देखें।
इसके अलावा आप आधा से एक घंटा प्राणायाम भी कर सकते हैं। पेट में गैस एवं पूरे शरीर को फिट रखने के लिए निम्न प्राणायाम रोज सुबह आधा से एक घंटा करें।
- भस्त्रिका प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
ऊपर बताए गए सभी प्राणायाम को आप 2 मिनट से शुरू करके 10 मिनट या आधा घंटा या फिर बहुत ज्यादा समस्या होने पर एक-एक घंटा भी कर सकते हैं और इन प्राणायाम को विधिपूर्वक सीखने के लिए नीचे दिए गए स्वामी रामदेव जी का वीडियो को देखें।
पेट में गैस बनने पर अन्य इलाज
पेट में गैस एवं एसिडिटी से राहत पाने के लिए हम आपको कुछ अन्य उपाय बता रहे हैं।
- 10 ग्राम धनिया
- 10 ग्राम सौंफ
- 10 ग्राम मुलेठी क्वाथ
इन तीनों सामग्री को सुबह एक गिलास पानी में भिगो दें और शाम को छान के पानी को पी जाएं और फिर उसी सामग्री में फिर से एक गिलास पानी डाल दें और उसे सुबह छानकर पी लें और फिर सामग्री को फेंक दे।
फिर अगली बार नया सामग्री लें यानी 10 ग्राम धनिया 10 ग्राम सौंफ और 10 ग्राम मुलेठी क्वाथ और फिर से एक गिलास पानी में भिगो दें यानी सुबह का भिगोया शाम को पीना है और फिर शाम का भिगोया सुबह।
इसके अलावा आप गाजर एवं चुकंदर को सुबह नाश्ते में उबाल के खाएं और फिर 2 से 3 घंटे बाद भोजन करें इससे भी आपका लीवर मजबूत होगा और गैस नहीं बनेगा।
नोट: ऊपर बताए गए सभी दवाइयों का इलाज एवं योग प्राणायाम को हमने स्वामी रामदेव जी के यूट्यूब वीडियो के द्वारा लिया है आप इसे इस्तेमाल करने से पहले अपने वैद्य या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
और अंत में
हमने अभी तक पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे लीवर का कमजोर होना गैस या एसिड बनना इस तरह के कमियों का प्रमुख कारण युवाओं में हस्तमैथुन का गलत आदत पड़ना एवं शराब या अन्य व्यसनों का सेवन करना और ज्यादा मांसाहार भोजन करना ये प्रमुख कारण सामने आए हैं।
अगर आप अपने लाइफ में कुछ बड़ा करना चाहते हैं और स्वस्थ एवं सुखी रहना चाहते हैं तो इन गलत आदतों से छुटकारा पाना होगा और ब्रह्माचर्य का पालन करना होगा तभी आप पूर्ण रूप से स्वस्थ जीवन व्यतीत कर पाएंगे।
हस्तमैथुन करके अपने शक्तियों का विनाश ना करें बल्कि इसे शादी के बाद के लिए बचा कर रखें और व्यायाम और प्राणायाम जरूर करें और हमेशा स्वस्थ एवं सुखी रहें।
बहुत अच्छी जानकारी सर
धन्यवाद