इस पोस्ट में हम जानेंगे कि खुबकला क्या है एवं खूबकला कैसा होता है और टाइफाइड के बीमारी में किस तरह से इसका उपयोग किया जाता है एवं कितना फायदा करता है इन सभी प्रश्नों के उत्तर के लिए इस पोस्ट को कंटिन्यू पढ़ें।
टाइफाइड बुखार को गांव में मोतीझाड़ा भी बोलते हैं कहा जाता है कि एक बार जिसे टाइफाइड हो गया उसे लंबे समय तक लिवर एवं आंतों की समस्या होती है लेकिन इस पोस्ट में हम आपको टाइफाइड का ऐसा आयुर्वेदिक इलाज बताएंगे जिससे आप पूर्ण रुप से इस बीमारी से छुटकारा पा सकेंगे।
टाइफाइड में आंतों में ज्वर या बूखार होती है और आंतें कमजोर हो जाती है साथ ही लीवर कमजोर होने लगता है जब चेकअप कराने के बाद पता चले कि आपको टाइफाइड का बुखार है तो घबराना बिल्कुल भी नहीं है और यहां पर बताए गए आयुर्वेदिक इलाज शुरू कर दें।
आप दूसरे दिन ही स्वस्थ हो जाएंगे लेकिन इस इलाज को आपको 15 दिन तक चलाना होगा और फिर आप पाएंगे कि आप इस बीमारी से पूरी तरह से छुटकारा पा चुके हैं और पहले की तरह स्वस्थ हो जाएंगे। ये भी पढ़ें: Kesh Kanti Herbal Hair Expert Oil
खुबकला क्या है

खूबकला एक आयुर्वेदिक औषधि होती है और ये सरसों के दाने जैसा होता है लेकिन इसका साइज सरसों के दाने से भी आधा होता है और क्योंकि सरसों के दाने गोल होते हैं लेकिन ये चपटा और त्रिभुजाकार टाइप का होता है।
खूबकला के बीज से लेकर पौधे पत्तियां एवं जड़ों तक औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं इनमें विटामिंस, मिनरल्स, फाइबर एवं कार्बोहाइड्रेट्स जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
खूबकला कैसा दिखता है?
Khubkala देखने में पीला कलर में दिखता है ऊपर फीचर इमेज में दिखाए गए खूबकला को ध्यान से देखें इसका उपयोग बुखार एवं टाइफाइड में बहुत ही प्रभावशाली होता है।
टाइफाइड के लिए कितना असरदार है खूबकला
टाइफाइड के बुखार में खूबकला, मुनक्का एवं अंजीर का उपयोग बहुत ही प्रभावशाली होता है बल्कि इस चिकित्सा को रामबाण चिकित्सा कहा जाता है।
कुछ ही दिन पहले मेरे छोटे भाई को बुखार आना शुरू हुआ था और जब हमने इसका जांच करवाया तो टाइफाइड पाया गया। एलोपैथी के डॉक्टर ने ढेर सारी दवाओं के साथ सुई भी लिखा।
फिर मैंने यूट्यूब पर योग गुरु स्वामी रामदेव जी का एक वीडियो देखा जिसमें उन्होंने खूबकला, मुनक्का और अंजीर का सेवन टाइफाइड के बुखार में करने के लिए बोल रहे थे।
मैंने अपने भाई को एलोपैथी का दवा खाने से मना कर दिया और खूब काला, मुनक्का एवं अंजीर का सेवन कराना शुरू किया ये एक चमत्कार था क्योंकि दूसरे ही दिन बुखार गायब हो गया और एक हफ्ता तक इन आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करने के बाद दोबारा से चेकअप करवाया तो टाइफाइड पूरी तरह से ठीक हो चुका था।
इसके अलावा मैंने और भी कई सारे लोगों को टाइफाइड के बुखार में खूबकला, मुनक्का एवं अंजीर का सेवन करवाया और इन औषधियों से टाइफाइड पूरी तरह से ठीक हो जा रहा था।
टाइफाइड बुखार में खूब कला का इस्तेमाल कैसे करें
जब आपको पता चल जाए कि आपका बुखार टाइफाइड में बदल चुका है यानी आपको टाइफाइड का रोग हो चुका है तो फिर आप तुरंत खूबकाला, मुनक्का एवं अंजीर का सेवन करना शुरू करिए।
छोटे बच्चों के लिए टाइफाइड बुखार में खूबकला का प्रयोग
अगर आपके घर में किसी छोटे बच्चे को टाइफाइड का बुखार आ रहा है तो फिर उसके लिए खूबकाला, मुनक्का एवं अंजीर का मात्रा इसस प्रकार होना चाहिए।
- एक से डेढ़ ग्राम खूब कला
- तिन से पांच मुनक्का
- दो अंजीर

इन तीनों औषधियों को साम को पानी में भिगो दें और फिर सुबह इसे अच्छी तरह से पीस लें और फिर दो गिलास पानी में डालकर उबलने के लिए चूल्हे पर चढ़ा दें।
ध्यान रहे हल्की आंच होनी चाहिए जब ये उबालकर आधा गिलास बच जाए तो इसे छानकर पिला दे और ऐसे करके आप सुबह शाम दिन में दो टाइम खाली पेट पिलाएं।
इस काढे को आप 10 से 15 दिन तक पिलाएं वैसे तो दूसरे दिन ही टाइफाइड का बुखार ठीक हो जाएगा लेकिन इस काढे को आप को 10 से 15 दिन तक चलाना है।
बड़ों के लिए टाइफाइड बुखार में खूबकला मुनक्का एवं अंजीर के काढे का प्रयोग
अगर बड़े लोगों को टाइफाइड का बुखार आ रहा है तो इनके लिए खूबकला, मुनक्का एवं अंजीर का मात्रा इस प्रकार रखें।
- 2 से 3 ग्राम खूबकला
- 8 से 10 मुनक्का
- 3 से 5 अंजीर
काढा बनाने का तरीका वैसा ही है इन सब को धोने के बाद शाम को पानी में डाल दें सुबह इसे अच्छी तरह से पीस के दो गिलास पानी में काढा बनने के लिए चूल्हे पर चढ़ा दें।
जब आधा गिलास काढा बच जाए तो इसे छान के खाली पेट पिए आप चाहें तो सुबह, दोपहर एवं शाम तीन टाइम इस काढ़े को पी सकते हैं।
टाइफाइड के बुखार में खूबकला मुनक्का एवं अंजीर का सेवन की विधि को आप नीचे दिए गए वीडियो में योग गुरु स्वामी रामदेव जी से सुने।
ज्वरनाशक क्वाथ और गिलोय घन वटी का सेवन करें
टाइफाइड के बुखार में खूबकला, मुनक्का एवं अंजीर के काढा का तो सेवन करना ही है साथ ही खाना खाने के बाद दो गोली ज्वरनाशक वटी या ज्वरनाशक क्वाथ का काढ़ा पिए और साथ में दो गोली गिलोय घनवटी या अगर गिलोय का पौधा मिल जाए तो इसका भी काढ़ा बनाकर पीते रहे।
अगर ज्वरनाशक वटी और गिलोय घनवटी से बुखार नहीं ठीक हो रहा है तो फिर एक टाइम पैरासिटामोल का 1 गोली खा ले और फिर खूब कला मुनक्का एवं अंजीर का काढा जारी रखें और खाने के बाद ज्वरनाशक वटी और गिलोय घनवटी का गोली लेते रहें।
खूबकला का काढ़ा से भूख भी अच्छी लगती है
बुखार में भूख लगना कम हो जाता है तो खूब कला मुनक्का एवं अंजीर के काढा टाइफाइड के बुखार को तो ठीक करता ही है साथ में आपके भूख को भी बढ़ाता है और आपको अच्छी भूख लगने लगती है।
खाने में क्या खाएं
काढ़ा पीने के साथ ही आपको अपना खानपान पर भी ध्यान रखना होगा, खाने में आप चावल एवं मूंग के दाल का खिचड़ी ही खाएं एवं फल में चीकू, सेब एवं पपीता खाएं।
जब हमें किसी भी तरह का बुखार आना शुरू होता है तो हमारा लीवर कमजोर पड़ जाता है और पेट का समस्या जैसे पेट में गैस एवं खाना ठीक से ना पचने की दिक्कत आती है इसलिए हल्का से हल्का खाना खाना चाहिए, मूंग के दाल का खिचड़ी आसानी से पच जाता है भारी भोजन से दूर रहें।
योग प्राणायाम करें
प्राणायाम जैसे कपालभाति, अनुलोम विलोम, भस्त्रिका प्राणायाम इत्यादि आप बुखार में भी कर सकते हैं और 5 मिनट से शुरू करके आधा-आधा घंटा या आप जितना ज्यादा से ज्यादा कर सके करें।
कपालभाति, अनुलोम विलोम एवं भस्त्रिका प्राणायाम को विधि पूर्वक करें एवं इसे सीखने के लिए नीचे दिए गए योग गुरु स्वामी रामदेव जी का वीडियो को देखें।
जब बुखार उतर जाए तो पेट को ठीक रखने के लिए मंडूकासन, सस्कासन, उत्तानपादासन, हलासन एवं वक्रासन दो-दो मिनट से शुरू करके पांच 5 मिनट तक करें।
इन सभी आसनों को विधिपूर्वक करने एवं सीखने के लिए नीचे दिए गए योग गुरु स्वामी रामदेव जी के वीडियो को देखें और इस वीडियो को देखते हुए इन आसनों को करें।
खूबकला कहां से खरीदें?
खूबकला आपको किसी भी पंसारी के दुकान में मिल जाएगा और अगर कहीं दुकान पर नहीं मिल रहा है तो आप इसे ऑनलाइन Amazon से भी खरीद सकते हैं।
अभी के समय में अमेजॉन पर खूबकला का 100 ग्राम का पैकेट करीब 150 रुपए में मिल जाएगा।
नोट: इस पोस्ट में बताए गए आयुर्वेदिक दवाओं का इलाज एवं योग प्राणायाम को योग गुरु स्वामी रामदेव जी के यूट्यूब वीडियो से लिया गया है एवं कुछ जानकारी मैं अपना खुद का एक्सपीरियंस से लिया हूं आप इसे आजमाने से पहले अपने डॉक्टर या वैद्य से सलाह जरूर लें।
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और अंत में
तो हमने यहां पर जाना की खुबकला क्या है टाइफाइड के लिए कितना असरदार है आज के समय में देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व आयुर्वेद के तरफ आ रहा है क्योंकि आयुर्वेदिक दवाओं का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है और इससे लगभग सभी तरह की बीमारियां पूरी तरह से क्योर हो जाती है।
अगर आपके पास इस पोस्ट KhubKala Kya Hai से संबंधित अभी भी कोई सवाल है और आप हमसे पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बताएं हम आपके सवालों का जवाब 24 से 48 घंटे में देंगे।
बहुत अच्छी जानकारी सर
बहुत-बहुत धन्यवाद
Sir tifyead hame lagatar bana rahata h bar bar ho jata h
Sal me 7,8 bar hota rhta h please reply
आप आयुर्वेद के जरिए टाइफाइड रोग का सफलतापूर्वक इलाज कर सकते हैं। इस पोस्ट में बताए गए खूब कला मुनक्का और अंजीर का सेवन करें एवं यूट्यूब पर स्वामी रामदेव जी का वीडियो भी देखें।
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