आजकल पशुओं जैसे गाय या भैंस को वायरल बीमारी लम्पी (Lumpy Virus) के वजह से लोग परेशान हैं और इससे हजारों गायों की मौत हो रही है। इस पोस्ट में हम वायरल बीमारी लम्पी का सफल आयुर्वेदिक इलाज बताएंगे जिसको अपना के आप अपने पशुओं का जान बचा सकते हैं।
इस पोस्ट में हम जानेंगे कि गाय का वायरल बीमारी लम्पी क्या है और इसका आयुर्वेदिक इलाज में कौन-कौन से आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है तो चलिए शुरू करते हैं।
वायरल बीमारी लम्पी/Lumpy क्या है?
लम्पी (Lumpy) एक ऐसा वायरल बीमारी है जिसे पशुओं में हो जाने के बाद उनके शरीर में फफोले होते हैं और फिर उन पशुओं की मौत हो जाती है।
अभी तक हजारों गायों लम्पी बीमारी के चपेट में आ चुकी है लेकिन इस बीमारी का सफल इलाज आयुर्वेद में है और जो दवाएं हम मनुष्य के लिए बने हैं उन्हीं दवाओं का डोज बढ़ाकर इन पशुओं को दिया जाता है।
आयुर्वेदिक दवाओं से पशुओं में हो रहे लम्पी बीमारी का सफल इलाज हो रहा है और आप इन दवाओं को या तो पतंजलि से मंगा सकते हैं या फिर घर पर भी कुछ आयुर्वेदिक पौधों को मिलाकर बना सकते हैं।
पशुओं का वायरल बीमारी लम्पी का आयुर्वेदिक इलाज
अगर आपके पशु भी Lumpy Virus के चपेट में आ चुका है तो उसे खाली पेट आयुर्वेदिक औषधि कायाकल्प क्वाथ देना शुरु करें। ये औषधि आपको पतंजलि स्टोर पर मिल जाएगी और अगर आपके आसपास पतंजलि स्टोर नहीं है तो फिर आप ऑनलाइन patanjaliayurved.net से मंगा सकते हैं।
कायाकल्प क्वाथ को पतंजलि ने इंसानों के लिए बनाया है इसलिए इसे पशु को देते समय डोज का ध्यान रखना होता है। क्योंकि पशुओं का वेट हमारे वेट से काफी ज्यादा होता है इसलिए उसी अनुसार आप उनको डोज दे सकते हैं या फिर आप पतंजलि वैद्य से भी परामर्श ले सकते हैं।
इसके अलावा आप आयुर्वेदिक औषधि Psorogrit का 20-20 गोली खाने के बाद दें। वैसे इंसानों के लिए चर्म रोगों में Psorogrit का एक-एक या दो-दो गोली देने का सलाह दिया जाता है लेकिन क्योंकि जानवरों का वजन हमसे काफी ज्यादा होता है इसलिए हमने 20-20 गोली का सलाह दिया।
अगर आपके पास कायाकल्प क्वाथ या Psorogrit उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तो आप नीम के पत्ते को सिलबट्टे पर या मिक्सी में पीसकर भी पशु को पिला सकते हैं इससे भी Lumpy Virus से हो रहे पशु के शरीर पर फफोले समाप्त होते हैं।
जो आयुर्वेदिक औषधियां मनुष्य के काम आता है उसी औषधियों को पशुओं के लिए भी डोज बढा कर दिया जाता है और वो उतना ही फायदा करता है।
हमने देखा है Lumpy Virus के चपेट में आने से 5-5 लाख के पशु जो 20-20 लीटर दूध देते थे वो भी मर रहे हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने पशुओं का इलाज आयुर्वेदिक औषधि से जरूर करें और उनको बचाएं।
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गाय को बुखार होने पर आयुर्वेदिक उपचार
अगर आपके गाय को बुखार आ रहा है तो उसे आप आयुर्वेदिक उपचार से ठीक कर सकते हैं इसके लिए आपके आसपास में गिलोय का पौधा जरूर मिल जाएगा उसे उबालकर काढ़ा बनाकर गाय को पिलाएं।
गिलोय का काढे का सेवन इंसानों के लिए बुखार में या इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए दिया जाता है ऐसे ही आप पशुओं के लिए भी उसका डोज बड़ा कर दे सकते हैं।
गाय को दस्त होने पर आयुर्वेदिक इलाज
आयुर्वेदिक औषधि कुटजारिष्ट और कुटजघन वटी को इंसानों को दस्त आने पर या ulcerative colitis हो जाने पर दिया जाता है तो ऐसे ही आप पशुओं के भी दस्त होने पर इस औषधि का डोज बढाकर दे सकते हैं।
गाय को दस्त होने पर उसका आयुर्वेदिक इलाज करते हुए भोजन में हल्का से हल्का खाना देवें जो आसानी से पच जावे। पशुओं को किसी भी तरह के बीमारी होने पर उसे अन्य पशु से अलग ही रखें।
नोट: ऊपर बताए गए सभी आयुर्वेदिक दवाएं हमने अपने अनुभव के आधार पर आपके साथ शेयर किया है आप इसे अपनाने से पहले अपने वध या चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।
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सारांश
तो इस पोस्ट में हमने पशुओं में वायरल बीमारी लम्पी या Lumpy Virus का आयुर्वेदिक इलाज के बारे में जानकारी लिया। अगर आपके पशुओं को भी कोई इस तरह के समस्या है तो उसके इलाज में आयुर्वेदिक औषधियों का ही सेवन करावे।
हमें उम्मीद है इस पोस्ट से आप के सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे। आप हमें फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम पर aayurvedick नाम से सर्च करके फॉलो कर सकते हैं धन्यवाद।